Tejas Review Movie 2023 : कंगना रणौत की फिल्म ‘तेजस’ की एक ही लाइन किसी भी दर्शक या समीक्षक को देखने को उत्साहित करने के लिए काफी है। उनके दर्शक और आलोचक दोनों ही उनकी फिल्मों को देखने के लिए इंतजार करते रहते हैं। इससे तो यह बात बिल्कुल सही है कि किसी फिल्म को दर्शको को देखने के लिए उनमे उत्सुकता जगाने के लिए हिंदी सिनेमा के गिने चुने सितारों का बस नाम ही काफी होता है, उनमें से एक कंगना भी हैं l
कंगना की फिल्म ‘वो लम्हे’ रिलीज होने से पहले की वह स्क्रीनिंग जिसके लिए इसके निर्देशक मोहित सूरी के न्यौते पर दिल्ली से खासतौर पर मुंबई पहुचे। फिल्म के बाद इसके निर्माता महेश भट्ट से लंबी बात हुई और तब उन्होंने उनसे एक ही बात कही थी कि इस अभिनेत्री के भीतर आत्मविश्वास गजब का है। उस बात को कहे 16 साल बीत गए।
कंगना की नई फिल्म Tejas Review Movie 2023 की कहानी भी जिन दो समय रेखाओं पर साथ साथ चलती आगे बढ़ती है, उनमें 15 साल का फासला है। एक तेजस उस समय की और एक तेजस, आज की है l इस फिल्म को देखने के लिए दर्शक बेसब्री से इंतजार कर रहे है l
Bollywood Actres : कंगना रनौत लिंग भेद को मिटाने निकली तेजस गिल
‘Tejas Review Movie 2023 : इस फिल्म में तेजस गिल नाम से निभा रही है कंगना रनौत किरदार और उस भारतीय वायुसेना की अफसर का, जिसका सेलेक्शन जिस भी एसएसबी (स्टाफ सेलेक्शन बोर्ड) से गुजरकर हुआ है और जिस बोर्ड ने भी उसकी महत्व को (ऑफिसर लाइक क्वालिटीज) जांची होगी l यह तो कन्फर्म है कि वह अपने अफसरों की फेवरेट कैडेट रही होगी। तभी तो प्रशिक्षण के पहले ही साल में उसे फाइटर पायलट बनने की जल्दी है और तभी तो यह अपना उतावलापन वह क्लास में ही दिखा देती है।
उसके प्रशिक्षक भी उसकी तारीफ करते नहीं थकते कि ‘काम आसान हो तो उसे मत देना, हां अगर जिस मिशन को कोई न कर सके तो वह तेजस को ही देना!’ फिल्म ‘तेजस’ का टारगेट बस एक है और वह है कंगना रणौत को एक ऐसा हीरो बनते हुए दिखाना जो लड़के और लड़कियों के बीच मतभेद को मिटा सके और एक ऐसी कहानी बना सके कि दर्शक कहें, कि ‘इस मिशन के लिए लड़कियों को क्यों नहीं भेजा गया l शुरुआत में ही एक पायलट को एक निषिद्ध क्षेत्र घोषित द्वीप से बचाने से होती है और फिल्म में जिसका ख्वाब तेजस ने अपने बॉयफ्रेंड को कब का बता दिया था।
दर्शकों को फिल्म की पूरी कहानी जानने के लिए फिल्म के अंत का इंतजार करना होगा।इस कहानी की आत्मा 2008 का मुंबई आतंकी हमला है और अपना सब कुछ खोकर वापस आने की ड्यूटी पर लौटी तेजस का शरीर हीइसका जज्बा और हौसला है।इस फिल्म में कगना रनौत अपना किरदार बखूबी निभा रही है l
इस फिल्म के लेखक, निर्देशक सर्वेश मेवाड़ा कहते तो हैं कि ये स्टोरी उन्होंने कंगना को हैदराबाद जाकर सुनाई थी और उसके बाद फिल्म के निर्माता रॉनी स्क्रूवाला से बातचीत में कंगना ने इस में फिल्म में रोल निभा के लिए हां की, लेकिन इस फिल्म को देखकर लगता यही है कि ये फिल्म सौ फीसदी कंगना को ही ध्यान में रखकर और उनकी छवि के मुताबिक लिखी गई थी। उनकी वास्तविक उम्र के हिसाब से वर्तमान में उनका किरदार विंग कमांडर का है और यह स्टोरी जब 15 वर्ष पीछे जाती है तब ‘डीएजिंग’ के लिए की गई मेहनत भी परदे पर साफ नजर आती है।
निर्देशक विशाल भारद्वाज की फिल्म ‘रंगून’ के बाद से कंगना ने किसी स्थापित हीरो के साथ कोई फिल्म में रोल नहीं की है और उनकी ये जिद भी उनकी फिल्मों को लोकप्रिय बनाने में अक्सर बाधा बनती रहती है। फिल्म ‘तेजस’ की स्टोरी बहुत अच्छा नहीं है। लेकिन पाकिस्तान जाकर एक एजेंट को छुड़ाकर लाना ही इस फिल्म को फेमस किया है।
एजेंट को तेजस पहचान सके, इसके लिए सेटअप भी कहानी में शुरू से ही तैयार किया जाता है। एजेंट आंखो की पुतलियों से जो संदेश भेज रहा था l उसे भी तेजस के अलावा दूसरा कोई नहीं पहचान पाता है। हवाई दृष्टियों को देखते हुए बार बार बीते वर्ष की ‘टॉप गन मैवरिक’ याद आती रहती है, लेकिन हर एक ख्याल पर दिल को तसल्ली देना पड़ा l यह एक देसी फिल्म है l इस तेजस मूवी में बहुत ही शक्ति बरतनी पड़ी है l